Breaking


Sunday, January 27, 2019

2.1 काल पक्ष तालिका : विश्लेषण

2.1 काल पक्ष तालिका : विश्लेषण

D= 1 से 999 A.D. (1 से 10 शताब्दियाँ) E = 1000 से 1099 A.D (11 वीं शताब्दी) F= 1100 से 1199 A.D (12 वीं शताब्दी) P= 2000 से 2099 A.D (21 वीं शताब्दी) इत्यादि
अध्याय 3 के ही उपविभाजन 32 के अन्तर्गत कालपक्ष के वितीय स्तर [T2] के एकलों का उल्लेख है। यह स्तर (Featured Time) से संबंधित है। इसमें कालचक्र के आधार पर बनने वाले समय सूचक एकल जैसे दिन, रात, गोधूली वेला, ऋतुएँ इत्यादि तथा वायुमण्डलीय समय जैसे- सूखा, आर्द्र, बर्फीला समय इत्यादि से संबंधित एकल सम्मिलित किये गये हैं। इनको प्रदर्शित करने के लिये रोमन लघु अक्षरों का प्रयोग किया गया है। उदाहरणार्थ -
C day time E twilight n3 summer इत्यादि ।
कालपक्ष के प्रथम स्तर के साथ यदि इसके दूसरे स्तर का भी प्रयोग करना हो तो, दोनों स्तरों से संबंधित एकलों का क्रमशः प्रयोग किया जा सकता है। ऐसा करने पर उन्हें काल पक्ष के संयोजक चिन्ह एकल उलटा उद्धहरण चिन्ह (') द्वारा जोड़ा जाता है। पहले प्रथम स्तर के एकल का, और उसके बाद दूसरे स्तर के एकल का प्रयोग करना चाहिए। आवश्यकतानुसार इन स्तरों का पृथक-पृथक भी प्रयोग किया जा सकता है। उदाथरणार्थ -
1. Rainfalls during the year 1999 U2855'N99 2. Rainfalls during Winters U2855n7 3. Rainfalls during Winters of 1999 U2855'N99'n7
उपरोक्त उदाहरणों में प्रथम उदाहरण में काल एकल के प्रथम स्तर के रुप में वर्ष 1999 (N 99) का प्रयोग किया गया है। दूसरे उदाहरण में काल एकल के दूसरे स्तर के रूप में सर्दी के मौसम की सूचक एकल संख्या (n7) का प्रयोग किया गया है। जबकि तीसरे उदाहरण में प्रथम स्तर व दूसरे स्तरों की एकल संख्याओं का एक साथ प्रयोग करने की आवश्यकता होने पर इन्हें क्रमशः प्रयोग किया गया है, अर्थात पहले प्रथम स्तर की एकल संख्या का और उसके बाद दूसरे स्तर की एकल संख्या का। दोनों के मध्य, काल के सूचक संयोजक चिन्ह का प्रयोग किया गया है।

विबिन्दु वर्गीकरण पद्धति की अनुसूची का अध्याय 3 

(पृष्ठ 2.7), काल एकलों की एक तालिका है। वस्तुतः यह काल एकलों की सामान्य अनुसूची है। इसके एकलों का प्रयोग आवश्यकतानुसार किसी भी मुख्यवर्ग में किया जा सकता है।
काल एकलों के दो स्तर हैं । प्रथम स्तर [T] में ईसा से पूर्व का काल (BC Time) तथा ईसवी काल (A.D.Time) से संबंधित एकलों के काल क्रमिक विभाजनों का उल्लेख है, जबकि इस तालिका के उपविभाजन 32 के अन्तर्गत लक्षित काल (Featured time) के रुप में काल पक्ष के दूसरे स्तर [T2] के एकलों को दिया गया है । इस प्रकार इस तालिका के एकलों को, तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है
(अ) ईसा पूर्व काल (B.C. Time) (ब) ईसा काल (A.D. Time) (स) लक्षित काल (Featured time)
इसके अतिरिक्त तालिका में दिया गया वर्ण A भूवैज्ञानिक काल को दर्शाता है । यह ईसा से 9999 पूर्व के काल का द्योतक है। इस काल को पुनः A1= Eozoic, A2= Paleozoic इत्यादि में विभाजित किया गया है। वस्तुतः भूवैज्ञानिक विकास व परिवर्तनों की प्रक्रिया इतनी धीमी होती है कि उन्हें मापने में समय की सामान्य इकाईयां असहायक सिद्ध होती है। अत: प्रामाणिक वर्ग H6 जीवाश्म विज्ञान (Paleontology) के लिये इन काल एकलों का प्रयोग, वहाँ दिये गये नियमों के अन्तर्गत किया जाता है।
| वर्ण B तथा C ईसा से पूर्व के समय (Before Christ Era) के सूचक है। इसमें B 9000 वर्षों (9999 BC से 1000BC) के लिये प्रयुक्त हुआ है, तथा वर्ण C 1000 वर्षों (999 से 1BC) के लिये प्रयुक्त हुआ है। ईसा से पूर्व के कालों के वर्गीक निर्मित करने के

लिये रंगनाथन ने एक विधि, Method of Complements अपनाई है। 

इसका विवेचन इस इकाई के आगे के पृष्ठों में किया गया है।
| वर्ण D से YC ईसवीं काल के द्योतक हैं। अकेला वर्ण D, ईसवीं काल के प्रथम 1000 वर्षों (1AD से 999 AD) को दर्शाने के लिये प्रयुक्त हुआ है। जबकि E से YC तक के प्रत्येक वर्ण, एक एक शताब्दी के लिये प्रयुक्त हुये हैं। उदाथरणार्थ -
D = 1 से 999 (1000 वर्ष अर्थात् 10 शताब्दियों के लिये) E = 1000 से 1099 (11वीं शताब्दी के लिये) G = 1200 से 1299 (13 वीं शताब्दी के लिये) = 1400 से 1499 (15 वीं शताब्दी के लिये L = 1700 से 1799 (18वीं शताब्दी के लिये) N = 1900 से 1999 (20वीं शताब्दी के लिये) YC = 3100 से 3199 (32वीं शताब्दी के लिये)
प्रायोगिक वर्गीकरण में, शताब्दी (Century) अंकों को 0,1 से 9 में विभाजित कर दशाब्दियों (Decades) में विभाजित किया जा सकता है। प्रत्येक दशाब्दी अंक को पुन: 0,1 से 9 अंकों द्वारा विभाजित कर वर्ष (Year) अंकों में विभाजित किया जा सकता है। उदाहरणार्थ
वर्ण N= 19900-1999 (20 वीं शताब्दी के लिये प्रयुक्त हुआ है) इसे 10 दशाब्दियों में तथा प्रत्येक दशाब्दी को पुन: दस वर्षों के खण्डों में निम्नलिखित प्रकार से विभाजित किया जा सकता है -
N = 1900 से 1999 (100 वर्ष का काल अर्थात् एक शताब्दी) N9 = 1990 से 1999 (10 वर्ष का काल अर्थात् एक दशक) N90 = 1990 (1 वर्ष का काल अर्थात् एक वर्ष)
प्रायोगिक वर्गीकरण की दृष्टि से विभाजन की इस प्रक्रिया के आधार पर निर्मित दशाब्दियों व वर्षों के वर्गीकों को निर्मित करने संबंधि नियमों का, उदाहरण सहित, विवेचन इस इकाई के आगे के पृष्ठों में किया गया है।
| इस तालिका में काल पक्ष का दूसरा स्तर [T2] लक्षित काल (Featured Time) के रूप में प्रयुक्त हुआ है। इस स्तर के एकल मौसम, ऋतुएँ, वायुमण्डलीय गतिविधियों से होने वाले परिवर्तनों इत्यादि से संबंधित हैं । इन एकलों के लिए रोमन लघु अक्षरों का प्रयोग किया गया है। जैसे
Day time
Night N Season
Spring
ZE
124

n5 Autumn n7 Winter p1 Dry period sraila i

तालिका 3 के एकलों का प्रायोगिक उपयोग संबंधी विवेचन इस इकाई के आगे के पृष्ठों में किया गया है। 2.2. संकेतक चिन्ह | काल पक्ष का संकेतक चिन्ह एकल उलटा उद्धहरण (') है। विबिन्दु वर्गीकरण पद्धति के प्रथम संस्करण से तृतीय संस्करण तक, काल पक्ष का संकेतक चिन्ह विबिन्दु (:) ही था। चतुर्थ संस्करण से छठवें संस्करण तक काल एकल का संकेतक चिन्ह बिन्दु (.) था। किन्तु पद्धति के पुनर्मुद्रित संस्करण 6 (1963) में इसका संकेतक चिन्ह एकल उल्टा उद्धहरण चिन्ह (') कर दिया गया है। किन्तु ध्यान रहे कि विबिन्दु वर्गीकरण पद्धति के छठवें संस्करण की अनुसूचियों में तथा नियम भाग में भी सभी स्थानों पर इसके लिये संयोजक चिन्ह बिन्दु (.) का ही प्रयोग किया गया है। किन्तु प्रायोगिक वर्गीकरण में काल एकल के लिये बिन्दु के स्थान पर एकल उल्टा चिन्ह उद्धहरण का प्रयोग ही किया जाना चाहिए। 3. काल एकल का प्रायोगिक उपयोग

No comments:

Post a Comment

Pages