इन्टरनेशनल फेडरेशन फॉर इंफॉरमेशन एण्ड डॉक्यूमेन्टेशन (FID)
(1) कार्यकारिणी समितिइस समिति में एक अध्यक्ष, छ: उपाध्यक्ष तथा एक कोषाध्यक्ष परामर्शदात्री समिति के परामर्श से साधारण समिति दारा निर्वाचित किये जाते है। |
(2) परामर्शदात्री समिति
परामर्शदात्री समिति का कार्य परामर्श देना है। इसमें कार्यकारिणी समिति के सदस्य, अध्ययन मंडलों, समिति के अध्यक्ष तथा पूर्ण सदस्य रहते है।
(3) अध्ययन मंडल एवं उपमंडल
महासंघ में अनेक अध्ययन मंडल एवं उप अध्ययन मंडल हैं, जैसे सार्वजनिक पुस्तकालयों, राष्ट्रीय पुस्तकालयों, विश्वविद्यालय पुस्तकालयों, वेद्यशाला पुस्तकालयों, प्रशासकीय पुस्तकालयों, विद्यालय पुस्तकालयों, बाल पुस्तकालयों, चिकित्सा पुस्तकालयों एवं पुस्तकालय विज्ञान अध्ययन शालाओं सम्बन्धी अध्ययन अथवा अध्ययन मंडल इत्यादि।
समितियाँ
महासंघ के अंतर्गत निम्नलिखित समितियाँ है। सूचीकरण, ग्रंथ विज्ञान (Bibliography) अन्तर्राष्ट्रीय पुस्तक आदान प्रदान, प्रकाशनों का अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विनिमय सांख्यिकी तथा मानक निर्धारण, मशीनीकरण, पुस्तकालय सिद्धान्त एवं शोध, सामयिक प्रकाशन, शासकीय प्रकाशन, पुस्तकालय भवन एवं पुस्तकालय विज्ञान अध्ययन शाला।
2.4. कार्यक्रम
1. पुस्तकालय सेवाओं के नियोजन एवं विकास हेतु परामर्श एवं सहायता प्रदान करना।2. राष्ट्रीय सरकारों को राष्ट्र में पुस्तकालय विकास करने पर जोर देना।
3. यूनेस्को एवं उस जैसे संगठनों से प्राप्त सहायता को पुस्तकालयों एवं पुस्तकालय संगठनों के विकास की दृष्टि से व्यवहारिक परियोजना में लगाना। जिन देशों में पुस्तकालय संघ नहीं है अथवा वे निष्प्राण हैं ऐसे देशों को संघ को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की पुस्तकालय गतिविधियाँ में भाग लेने के योग्य बनाना।
5. विकासशील देशों को महासंघ की गतिविधियों में अधिक भागीदारी के लिये प्रोत्साहित करना।
6. प्रत्येक क्षेत्र में महासंघ के सम्मेलन आयोजित करना।
2.5. उपलब्धियाँ एवं परियोजनाएँ
(1) पुस्तकालय आदान-प्रदान करना।
अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पुस्तकालय आदान प्रदान संभव बनाने के लिये प्रयत्न किये गये है।
(2) मध्यम अवधि कार्यक्रम (Medium Term Programme) के अंतर्गत पुस्तकालयों एवं पुस्तकालय पद्धति के व्यवस्थापन एवं नियोजन को प्रधानता दी गई है।
(3) पाठकों को साहित्य उपलब्ध करवाना। महासंघ विश्व के पाठकों हेतु साहित्य जुटाने की दृष्टि से केन्द्रीय संगठन के रूप में कार्य करने के लिये प्रयत्नशील है।
(4) पुस्तकालय विज्ञान के सिद्धान्तों में सामंजस्य के लिये प्रयत्न करना।
(5) पुस्तकालय शिक्षा के बुनियादी मुद्दों का निर्धारण करके एवं पुस्तकालय विज्ञान हेतु कम्प्यूटर निर्माण कर पुस्तकालय शिक्षा के क्षेत्र में महासंघ ने महत्वपूर्ण कार्य किया
(6) पुस्तकालय मशीनीकरण
(a) पुस्तकालयों में विभिन्न आधुनिक मशीन आदि पद्धतियों के विकास प्रबंधन तथा उपयोग की दिशा में कार्य करना।
(b) अन्तर्राष्ट्रीय मानक निर्धारित करना एवं
(7) अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ग्रन्थसूची निर्माण सम्बन्धी एवं विकासशील राष्ट्रों के लिये
कार्यक्रम बनाना।
2.6. प्रकाशन
इस संघ ने अनेक महत्वपूर्ण ग्रन्थ प्रकाशित किये है। उनमें निम्नलिखित उल्लेखनीय(1) IFLA Journal LIBRI (Quarterly) (2) IFLA Annul (3) IFLA Directory (4) National and International Planning (5) Standard for Public Libraries (6) The organization of the Library Profession (7) Corporate Headings : Their Use in Library and National Bibliographic etc.
इस संघ के मुख्य कार्यक्रम निम्नानुसार है :
(1) Universal Bibliographic Control (2) International MARC (3) Universal Availability of Publications (UAP) (4) Transborder Data Flow
(5) पुस्तकालय सामग्री का संरक्षण एवं ।
(6) तीसरी दुनियाँ में ग्रन्थालयीनता में अभिवृद्धि।
इस संघ के सम्मेलन बड़े पैमाने पर होते है। 1982 के महासंघ में 63 देशों के 1915 भागीदारों ने हिस्सा लिया। यह संघ यूनेस्को दारा आयोजित बैठकों में सक्रिय रूप से भाग लेता है। यह महासंघ एक बहुआयामी संस्था है और समय के साथ-साथ इसका विकास होता चला जायेगा। 2.7 इफला गतिविधियों में भारतीय सहभागिता
| भारतीय पुस्तकालय संघ एवं कई अन्य भारतीय पुस्तकालय संगठन इसके सदस्य है। तथा वर्षों से इसकी गतिविधियों में भाग ले रहे है। 1995 में भारतीय पुस्तकालय संघ दारा इफला रीजिनल सेमीनार आन यू ए पी का आयोजन किया था तथा 1992 में इफला जनरल कान्फ्रेंस भी नई दिल्ली में आयोजित की गयी थी।
3. एफ आई डी (FID)
इन्टरनेशनल फेडरेशन फॉर इंफॉरमेशन एण्ड डॉक्यूमेन्टेशन (FID) की विस्तार पूर्वक चर्चा इकाई 16 में की गई है। 4. स्पेशल लाइब्रेरीज एसोसिएशन (Special Libraries Association) 4.1. स्थापना1909 में अमेरिकन लाइब्रेरी कान्फ्रेन्स ब्रेटन बुड्स, न्यू हैम्पशायर में आयोजित की गई थी जिसमें 28 पुस्तकालयाध्यक्षों ने भाग लिया। इन पुस्तकालयाध्यक्षों ने उपरोक्त विशिष्ट पुस्तकालय संघ की स्थापना की। यह एक अंतर्राष्ट्रीय पुस्तकालय संघ है जिसका मुख्यालय वाशिंगटन डी सी में स्थित है। जॉन कॉटन डाना (John Cotton Dana) जो नेवार्क सार्वजनिक पुस्तकालय (Newark Public Library) न्यूजर्सी के पुस्तकालयाध्यक्ष थे, ने पुस्तकालय के भीतर ही वर्ष 1904 में एक विशिष्ट लाइब्रेरीज पुस्तकालय की शाखा खोली। इस स्पेशल लाइब्रेरीज एसोसियेशन के सर्वप्रथम अध्यक्ष चुने गये। इन्होंने वर्ष 1911 तक एसोसियेशन पद पर कार्य किया। इस नये समूह ने संघ की नई पत्रिका special Libraries को प्रारंभ किया।
4.2 उद्देश्य
इसके मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित है :(1) विशिष्ट पुस्तकालय 21वीं शताब्दी में व्यापार एवं समाज में सूचना एवं ज्ञान को व्यवस्थित करने में सहयोग करना।
(2) संस्था के उद्देश्यों की पूर्ति करने के लिये अपने सदस्यों को आवश्यक सूचना देना।
(3) सम्पूर्ण विश्व में अतिशीघ्र सूचना तथा ज्ञान का प्रसारण करना।
(4) निरंतर शिक्षा प्रदान करना एवं विकसित करना एवं।।
(5) तकनीकी ज्ञान के उपयोग में संघ एवं समाज को सहयोग देना।
विशिष्ट पुस्तकालय सूचना स्रोतों के विशेषज्ञ होते हैं, सूचनाओं को एकत्रित कर विश्लेषण एवं मूल्याँकन करने पश्चात उपयुक्त निर्णय लेने के लिये पैकेज बनाकर यह संघ शैक्षणिक एवं सरकारी संस्थाओं को देता है। संघ अपने सदस्यों को विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों में सहयोग देता है। जिससे वे अपने व्यवसाय का विकास सफलतापूर्वक कर सके।
4.3. संगठन
संगठन के कार्यकलाप बोर्ड ऑफ डाइरेक्टर्स द्वारा तय किये जाते है, जो कि सलाहकार परेषद (Advisory Council) द्वारा दी गई सलाह पर कार्य करते हैं। इस सलाहकार परिषद में चेप्टर अध्यक्ष, डिवीजन चेयरमेन एवं एसोसियेशन समिति चेयरमेन, एवं एसोसियेशन मुख्यालय का एक्जीक्यूटिव डाइरेक्टर सम्मिलित हैं। ये पदाधिकारी ही इस विशिष्ट पुस्तकालय संघ की नीतियाँ निर्धारित करते हैं।इस संघ का मुख्यालय वाशिंगटन डी सी में स्थित है। यह संघ एक अंतर्राष्ट्रीय संघ के रूप में उभरा है। आज इसके कई हजार सदस्य विश्व के सात देशों में फैले हुए है संघ कई प्रकार के कार्यक्रम एवं सेवाओं का संचालन करता है।
इस संघ ने जून 2000 में अपने युक्तिपूर्ण नियोजन (Strategic plan) में निम्नलिखित विषय पर अपना ध्यान केन्द्रित किया है।
Professionals putting Knowledge to work in 21st Century संघ ने उपरोक्त विषय को पाँच उपविषयों में बाँटा है :
(1) Mission (2) Vision and Value (3) Environment (4) Strategies and Tactics and (5) Priorties ।
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